यह महाकाव्य इतिहास में रची गई है. यह लोकमान्यता से प्रसिद्ध है कि जनपद के प्राचीन काल में विभिन्नजातियों एक दूसरे here से विभाजित थे. यह महाकाव्य इन लोगों के मिलन और युग्मन की कहानी है.
भगवान राम समानरूप से लक्ष्मण की भाइचारा
भाईयें एक-दूसरे के लिए बहुत ही प्यार और समर्पण रखते थे। उनकी भाइचारा एक मिसाल है जो हर किसी को प्रभावित करता है । राम हमेशा लक्ष्मण का सहयोग करते थे और लक्ष्मण भी राम जी के लिए हमेशा तत्पर रहते थे।
यह मित्रता हमेशा बल देती थी और उन्हें बाधाओं से पार करने में मदद करती थी।
ऋषभदेव का देवता दृष्टि
प्राचीन भारतीय धर्म शास्त्रों में ऋषभदेव को सर्वोपरि प्रेमपूर्ण आत्मा माना गया है। उनका ज्ञान ज्ञान और विद्या अद्वितीय थी, जो उन्हें देवताओं का भी आदर्श बनाती थी।
ऋषभदेव का देवता दर्शन एक रहस्यमयी घटना है जिसे केवल निर्धारित भक्तों ने ही प्राप्त किया है। इस दृष्टि में ऋषभदेव अपनी पूर्ण शक्ति में प्रकट होते हैं, और उनके दर्शन से भक्त का मन संगम की स्थिति में पहुंच जाता है। यह अनुभव उन्हें असीम विवेक प्रदान करती है, जो जीवन भर उनका मार्गदर्शन करती है।
प्रत्येक पौराणिक कथाओं में ऋषभदेव का देवता दर्शन साधुओं द्वारा वर्णित किया गया है, और उनके ज्ञान से हमें ऋषभदेव के जीवन के बारे में प्रकाश मिलती है।
लंका युद्ध के बाद
पश्चिमी द्वीपसमूह में लंका युद्ध का अंत हुआ था। यह एक ऐतिहासिक लड़ाई थी, जहाँ राम ने रावण को हराया था और सत्य की जीत हुई थी। लेकिन युद्ध के बाद से लंका में एक नया युग शुरू होना था।
रावण की मृत्यु के बाद लंका में शांति कायम रखने और न्याय स्थापित करने के लिए एक एक क्रूर युद्ध चलाया।
धर्माभिमानी अब भी सत्य से डरे हुए और उन्हें एक नया रास्ता चाहिए था। राम ने एक बड़ी सहायता दी।
सभ्यता संवाद का प्रतीक
यह त्योहार एक असाधारण मंच है जहाँ विभिन्न परिपाटियों का {मिलन|संघमिश्रण होता है। यह प्रकाशित करता है कि हमारी समाज एक-दूसरे से जुड़ी हैं, चाहे हम भाषा में भिन्न हों। संवाद का यह प्रतीक हमें याद दिलाता है कि हमारा जाति एक दूसरे से सीख सकता है और एक-दूसरे को समझ सकता है।
नैतिकता का सार
यह पाठ हमारे जीवन में चलने वाले दो मुख्य आधारों को दर्शाता है - धर्म और कानून। यह हमें सिखाता है कि निरंतरता के लिए दोनों आवश्यक हैं, और एक दूसरे का पूरक हैं। सत्य से भरपूर जीवन जीने की राह पर हमे यह गीत मार्गदर्शन करता है।